Top200+ Akelapan shayari in Hindi | अकेलापन शायरी For Girlfriend

Akelapan shayari in Hindi: नमस्कार दोस्तों, आज हम यहां पर अकेलापन शायरी Akelapan Shayari शेयर कर रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको यह शायरी संग्रह Best Shayri पसंद आएगा।

Akelapan shayari in Hindi

 

वो हर बार मुझे छोड़ के
चले जाते है तन्हा,
में मजबूत बहुत हु लेकिन
कोई पथ्थर तो नहीं हूँ।

और क्या लिखू

अपनी जिंदगी के बारे में,
जो जिंदगी हुआ करते थे
वो ही बिछड़ गए।

स्टेशन जैसी हो गई है जिंदगी,
जहाँ लोग तो बहुत है,
पर अपना कोई नहीं।

कितनी अजीब है
इस शहर की तन्हाई भी
हजारो लोग है मगर
कोई उस जैसा नहीं है।

अकेले रोना भी क्या
कारीगरी है,
सवाल भी खुद के होते है
और जवाब भी खुद के।

इंसान सिर्फ एक कारण से
अकेला पड जाता है,
जब उसके अपने ही उसे
गलत समझने लगते है।

जाने कैसी नजर
लगी है ज़माने को
वजह ही नहीं मिल रही
मुस्कुराने की।

बहुत शौक था
दुसरो को खुश रखने का
होश तब आया,
जब खुद को अकेला पाया।

सुनो तुम्हारे जाने के बाद
हम कभी अकेलापन महसूस ही नहीं कर पायें,
क्या करते कमबख्त तनहाईयों को
मोहब्बत जो हो गई है हमसे।।

Akelapan shayari 2 line

 

तेरी आंखों में आंसू ना देख सका
मैं सारी रात चैन से ना सो सका

मै तेरे इंकार की वजह जान गया
तेरी खामोशियो को मैं पहचान गया.

महफ़िल से दूर मैं अकेला हो गया
सूना सूना मेरे लिए हर मेला हो गया

अकेले मर जाना ए-दोस्त
पर किसी पे भरोसा मत करना

तन्हाइयों से मेरी पहचान लगती है
मुझे महफिलें भी वीरान लगती है

कोई आया नही कितना बुलाया हमने
उम्र भर एक जमाने को बहुत जगाया हमने

मैं हूँ दिल है तन्हाई है
तुम भी होते अच्छा होता

एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा।

खुद में काबलियत हो तो भरोसा कीजिये साहिब
सहारे कितने भी अच्छे जो साथ छोड़ जाते है

है तमन्ना फिर, मुझे वो प्यार पाने की…….
दिल है पाक मेरा, ना कोशिश कर आज़माने की

ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है,
इस मोहब्बत में “यारो” बहुत घाटा है..!

अब इस घर की आबादी मेहमानों पर है
कोई आ जाए तो वक़्त गुज़र जाता है

Akelapan shayari girlfriend

 

इस चार दिन की जिंदगी में
हम अकेले रह गए
मौत का इंतजार करते करते
अकेलेपन से मोहब्बत कर गए।

कल भी हम तेरे थे..
आज भी हम तेरे है
बस फर्क इतना है,
पहले अपनापन था.
अब अकेलापन है।

मेरी तन्हाई देखकर
उदासियां भी रो पड़ी
जब मुस्कुराने की कोशिश की
तो मेरी गुस्ताखियां रो पड़ी।

सुनो तुम्हारे जाने के बाद हम कभी
अकेलापन महसूस ही नहीं कर पायें
क्या करते कमबख्त तनहाईयों को
मोहब्बत जो हो गई है हमसे!!

तन्हाई मे अकेलापन सहा ना जाएगा.
पर महफ़िल मे अकेला रहा ना जाएगा,
उनका साथ ना हो फिर भी जिया जाएगा,
पर उनका साथ कोई और हो ये सहा ना जाएगा

दीप रातों को जलाके रखिये
फूल काँटों में खिलाके रखिये।
जाने कब घेर ले अकेलापन
एक-दो दोस्त बनाके रखिये।

आज तन्हाइयो को इश्क़ है हमसे बेपनाह
कभी हम तन्हाई से दो पल की दोस्ती किया करते थे
खामोसी की परछाइया हैं जहा भी देखता हूँ मैं
कभी इन परछाईयो के मुस्कुराते चेहरे हुआ करते थे

मेरे हाल चाल पूछने पर
झल्लाया ना करो ऐ दोस्त
हाल पूछने की कीमत उससे पूछो
जिनसे तन्हाइयों में किसी ने भी
उनका हाल ना पूछा हो।

कौन कहता है जनाब ये
अकेलापन खलता है
जब जिंदगी की समझ हो जाए तो
खुद का साथ भी भाता है

हर शाम आँखो को तेरा इंतेज़ार रहता है,
जिधर से गया था उस और ख़याल रहता है,
दिल को अब भी तेरी ज़रूरत बहुत है साथी,
आजा लौटके आजा दिल हर दम बेक़रार रहता है।

Akelapan shayari boyfriend

यह अकेलापन का
सफर भी कट जाएगा
जिस दिन गम का
बादल हट जाएगा..!

ज़िन्दगी के कठिनाइयों में
नया रास्ता बनाएंगे
अगर कोई साथ ना भी आया
तो खुद अकेला
उस रास्ते पर चल जाएंगे।

कैसे मान लिया तुम अकेले हो
दूर हूँ तुमसे यह मजबूरी है मेरी
पुकारो अगर शिद्दत से मुझको
चला आऊँगा मैं राह में तेरी!

बड़े ही हसीन अंदाज से
उसने दिल पर वार किया
पहले प्यार किया फिर
अकेलापन देकर दरकिनार किया.

दर्द से हम अभी खेलना सिख गये,
हम बेवफ़ाई के साथ जीना सीख गये,
क्या बताए किस कदर दिल टूटा है मेरा,
मौत से पहले, कफ़न ओढ़ कर सोना सिख गये

अकेले जीनी है ज़िन्दगी
ये अब मैंने जान ली है
तन्हाइयों से लड़ने की
अब मैंने भी ठान ली है

क्यू दिल की बेकरारिया बॅड जाती हैं,
जब सामने मनचाहा कोई होता है,
धीरे से दिल के कोने मे हसरातो का,
एक सेलाब जाने क्यू उमड़ आता है।

काश हमारे जीने का भी कोई मक़सद होता
जिंदगी का हमें भी मज़ा होता
शायद तनहाई लिखी हैं नसीब में
वरना मैं इस तरह अकेला नहीं होता

कल शाम छत पर तुझे क्या देख लिया,
के मैं तो मानो खुदा को ही देख लिया,
बेखुदी का नशा इस क़दर चढ़के बोला,
हमने सिर अपना दीवार से जा फोड़ लिया

जिससे चाहते है हुम्म दिल-ओ-जान से,
वो करते है हमसे-ए-इश्क़ किसी और से,
कैसी दर्द-ए-तकदीर हैं हमारी यारो,
जो मार गई जी-ते-जी हुमको.

वो मुझे तनहा करके
मेरा इम्तिहान लेने लगे
वक्त का पता न चला
हम भी तनहाई से मोहब्बत करने लगे।

Top 10 akelapan shayari in Hindi

 

दिल्लगी में दिल लगा बैठे
सारा चैन-ओ-सुकून गंवा बैठे
बहुत देख ली महफिलें इश्क की
अब तन्हाइयों के आगोश में आ बैठे

शीशे का ये दिल टूट रहा था,
हम उन्हे ना ढूँढते तो क्या करते.
एहसास हुआ जब हमें उनसे दूर होने का,
हम रो कर अपनी आँख ना सुजाते तो क्या करते

जाने क्यू अकेले रहने को मजबूर हो गये,
यादो के साए भी हमसे दूर हो गये,
हो गये तन्हा इस महफ़िल मे,
की हमारे अपने भी हमसे दूर हो गये।

मशवरा तो खूब देते हो कि खुश रहा करो,
कभी खुश रहने की वजह भी दे दिया करो
हम उनसे नाराज़ होकर दूर जो गए,
अब अकेलापन सहा नहीं जाता
दिन रात उनकी ही याद सताती है
अब उनके बिना रहा नहीं जाता।

महफ़िल मे नही तो तन्हाई मे फरियाद करोगे,
हमारे जैसा ना कही मिला है ना मिलेगा,
आजमा कर देखो किस्मत पे नाज़ करोगे

भीड़ तन्हाइयों का मेला है
आदमी आदमी अकेला है
सबा अकबराबादी

अकेले घर में भरी दोपहर का सन्नाटा
वही सुकून वही उम्र भर का सन्नाटा
इशरत आफ़रीं

मेरा अकेलापन ही मेरा साथी हैं,
मुझे किसी और की ज़रूरत नहीं,
क्या करे किसी से रिश्ता जोड़ कर,
जब की मुझे जिंदगी में और दर्द की ज़रूरत नहीं

सुनो तुम्हारे जाने के बाद हम कभी,
अकेलापन महसूस ही नहीं कर पायें,
क्या करते कमबख्त तनहाईयों को,
मोहब्बत जो हो गई है हमसे।

तन्हाइयों के घरौंदे में हम बस गए,
जो अकेलेपन की दास्तां सुनाई,
तो मेरी बातों पर लोग हँस दिए।

दीप रातों को जलाके रखिये,
फूल काँटों में खिलाके रखिये,
जाने कब घेर ले अकेलापन,
एक-दो दोस्त बनाके रखिये

जनाब इतने मतलबी भी मत बन जाओ,
कि तुम्हें अब दूसरों का अकेलापन भी नजर ना आ पाए,
और इतना अच्छा भी मत बन जाओ,
कि तुम्हें दूसरों की बुराई भी नजर ना आ पाए।

लिखने का कोई शौक नहीं मुझे,
बस खुद को यु उलझाए रखा है इसमें,
क्योंकि इस अकेलेपन में तो बस,
सिर्फ उसकी याद आती हैं।

किसी को धोखा देकर ये
मत सोचो की वो कितना बेवकूफ है,
ये सोचो की उसे
तुम पर कितना भरोसा था।

जब रिश्तों में जिद और

मुकाबला आ जाये तब

ये दोनों जीत जाते है,

सिर्फ रिश्ता हार जाता है

कैसे पूरी हो मन्नते
साहब भगवान के दरबार में
लोग अब सिर झुकाने नहीं बल्कि
घूमने के मकसद से जाते हैं.

तकदीर के खेल से निराश नहीं होते
जिंदगी में ऐसे कभी उदास नहीं होते
हाथों की लकीरों पर क्यों भरोसा करते हो
तकदीर उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते

मुसीबत में अगर मदद मांगो तो
सोच कर मांगना क्योंकि
मुसीबत थोड़ी देर की होती है और
एहसान जिंदगी बातें भर का..

अकेलेपन का भी अपना ही मज़ा है,
जो न समझे इसे उसके लिए सजा है,
अज़ीब सी तक़दीर लिखीं है मेरी खुदा ने,
सफ़र ही सफ़र लिखा है हमसफ़र कोई नहीं

एक चाहत होती है,
जनाब अपनों के साथ जीने की,
वरना पता तो हमें भी है कि,
ऊपर अकेले ही जाना है

Love Akelapan shayari

 

तुम क्या जानो हम अपने आप,
में कितने अकेले है,पूछो इन,
रातो से जो रोज़ कहती है के,
खुदा के लिए आज तो सो जाओ

चलते-चलते अकेले अब थक गए हम,
जो मंज़िल को जाये वो डगर चाहिए,
तन्हाई का बोझ अब और उठता नहीं,
अब हमको भी एक हमसफ़र चाहिए

कितना अकेला हो जाता है वो शख्स,
जिसे जानते तो बहुत लोग है,
मगर समझते कोई नही

अकेलेपन से सीखी है,
मगर बात सच्ची है,
दिखावे की नजदीकयों से,
हकीकत की दूरियाँ अच्छी है

भीड़ में भी किसी से

बात नहीं करता मैंजानता हूँ

कोई सुनेगा नहीं सब बस सुनाएंगे मुझे।

मेरी पलकों का अब नींद से

कोई ताल्लुक नही रहा मेरा कौन है

ये सोचने में रात गुज़र जाती है।

अक्सर अकेलापन से उसी की

मुलाक़ात होती है, जिसकी ना

क़िस्मत और ना ही चाहत उसके साथ होती है।

 

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