Desh Bhakti shayari In Hindi : दोस्तों, आज का लेख देश पर आधारित है, इस लेख में आपको देशभक्ति पर आधारित कई शायरियाँ मिलेंगी, दोस्तों हमें गर्व है कि हम भारत में पैदा हुए हैं, जहाँ भगत सिंह, चंद्रशेखर जैसे देशप्रेमियों ने देश के लिए बलिदान दिया। यहा आज की पोस्ट में एटीट्यूड आर्मी शायरी, देश भक्ति शायरीे जुड़ी बेहतरीन शायरी आपको मिलेगी, जिसे पढ़कर आप में देशभक्ति की भावना और मजबूत हो जाएगी।
तो इसलिए दोस्तों आज की देशभक्ति पोस्ट में हमने आपके लिए कुछ चुनिंदा शायरियां लेकर आए है, इसमें हम आपके साथ शहीद देशभक्ति शायरी, जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी, वीरो की देशभक्ति शायरी, Desh bhakti shero shayari साझा कर रहे है।
Desh Bhakti shayari in Hindi
जंग में जब भी तुम्हारा बलिदान होगा
इतिहास और दिल के पन्नो पर
ऐ सैनिक तुम्हारा नाम होगा..!
हम अपनी एकता से विश्व को हिलाएंगे
अमन और शांति सारी
दुनिया में लाएंगे..!
हर दफा माफ ना करते
जो नेक हमारा ईमान ना होता
कई वतन मिट गए होते
जो मन हमारा हिंदुस्तान ना होता
उन वीर सैनिको के लिए दुआ करो दोस्तो
जो सरहद पर दिन रात जग रहे है
तभी हम अपने घरो में चैन की नींद सो रहे है
दिल में जूनून आँखों में देशभक्ति की चमक
रखता हूँ दुश्मन की जान निकल जाए
आवाज में इतनी दमक रखता हूँ !
दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी
मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ
यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ
मुझे डर नहीं है अपनी मौत से
तिरंगा बने कफ़न मेरा, यही अरमान रखता हूँ
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादे हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ !
लड़ें वो बीर जवानों की तरह ठंडा खून
फ़ौलाद हुआ मरते-मरते भी कईं
मार गिराए तभी तो देश आज़ाद हुआ !
Desh bhakti shayari
आओ झुकर सलाम करे उनको
जिनके हिस्से मे ये मुकाम आता है
खुसनसीब है वो खून जो देश के काम आता है !
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं !
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा ये मुल्क
मेरी जान है इसकी रक्षा के लिए मेरा
दिल और जान कुर्बान है !
वतन की मोहब्बत में खुद
को तपाये बैठे है मरेगे वतन
के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे है
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान है
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक तुझ में जान है !
Desh bhakti shayari 2 line
तीन रंग का वस्त्र नही, ये ध्वज देश की शान है
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान है
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान है
मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं इस मातृ-भूमि के
लिए और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये !
चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए
मेरी हर साँस देश के नाम हो जाए !
लड़े जंग वीरों की तरह जब खून खौल फौलाद हुआ
मरते दम तक डटे रहे वो तब ही तो देश आजाद हुआ !
वीरों की शायरी
देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगे
दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें
अपनी आजादी को हम
हरगिज मिटा सकते नही
सर कटा सकते हैं लेकिन
सर झुका सकते नही
लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका
कल आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा
इंकलाब लाएगा !!
लड़े जंग वीरों की तरह
जब खून खौल फौलाद हुआ
मरते दम तक डटे रहे वो
तब ही तो देश आजाद हुआ !!
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ
दिल से मर कर भी ना निकलेगी
वतन की उल्फ़त मेरी
मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी
देशभक्ति रोमांटिक शायरी
चूमा था वीरों ने फांसी का फंदा
यूँ ही नहीं मिली थी आजादी खैरात में !!
चैन ओ अमन का देश है मेरा
इस देश में दंगा रहने दो
लाल हरे में मत बांटो
इसे शान ए तिरंगा रहने दो !!
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो !
जो अब तक ना खौला
वो खून नही पानी हैं
जो देश के काम ना आये
वो बेकार जवानी है
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पे मर मिटने वालों का
बाकी यही निशां होगा !!
दिलों की नफरत को निकालो
वतन के इन दुश्मनों को मारो
ये देश है खतरे में ए-मेरे -हमवतन
भारत माँ के सम्मान को बचा लो !
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं
देखना हैं जोर कितना बाजू-ए-कातिल में हैं
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं
Army Desh bhakti shayari
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जां कुर्बान है !!
लड़ें वो बीर जवानों की तरह
ठंडा खून फ़ौलाद हुआ
मरते-मरते भी मार गिराए
तभी तो देश आज़ाद हुआ !!
वतन की मोहब्बत में खुद
को तपाये बैठे है
मरेगे वतन के लिए शर्त मौत
से लगाये बैठे हैं !!
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि
हम भारतीय हैं
जय भारत वन्दे मातरम
किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं
किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में है
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं
हर दफा माफ ना करते
जो नेक हमारा ईमान ना होता
कई वतन मिट गए होते
जो मन हमारा हिंदुस्तान ना होता
मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ
यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ
मुझे डर नहीं है अपनी मौत से
तिरंगा बने कफ़न मेरा, यही अरमान रखता हूँ।
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