Best100+ Saraswati Puja shayari in Hindi / माँ शारदे पर शायरी

Saraswati Puja shayari in Hindi ; वसंत पंचमी या श्रीपंचमी एक हिन्दूओ का महत्पूर्ण त्योहार है। इस दिन विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा की जाती है। यह पूजा पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर बांग्लादेश, नेपाल और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनायी जाती है। इस दिन स्त्रियाँ पीले वस्त्र धारण कर  माँ सरस्वती की पूजा करती हैं।

सरस्वती पूजा  माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है।  हिंदू धर्म में बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा की जाती है, माना जाता है कि बसंत पंचमी के दिन है मां सरस्वती भगवान कृष्ण के कंठ से उत्पन्न हुए थे देवी सरस्वती को वाणी  की देवी भी कहा जाता है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन पूरे विधि विधान से मां सरस्वती का पूजन करने से यश , विद्या और बुद्धि का वरदान मिलता है।  इस दिन  जिन विद्यालयों शिक्षण संस्थानों में मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है वहाँ  विद्यार्थी  में अधिक  बुद्धि व ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है।

वसंत पंचमी के दिन किसी भी समय माँ सरस्वती की  पूजा की जा सकती है परंतु दोपहर का समय पूजा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है सभी विद्यालय और शिक्षा केंद्रों में पूर्वाहन के समय ही सरस्वती पूजा कर मां सरस्वती का आशीर्वाद ग्रहण किया जाता है आपको बता दूं कि वर्ष 2023 में सरस्वती पूजा  को मनाई जाएगी |

घर पर पूजा करने की विधि बता रही हूँ।  बसंत पंचमी के दिन प्रातः काल जल्दी उठकर स्नान कर लेने  से मन और शरीर दोनों स्वस्थ हो जाएंगे नहाने के बाद ध्यान रखें कि पीले वस्त्र वस्त्र पहने पूजन की तैयारी करें। जिस जगह पर मूर्ति या फोटो लगानी है उसे अच्छी तरह साफ कर ले। उसे चौकिया या  टेबल पर कपड़े ऊपर रखें,ध्यान रखें कि सारा कार्य अपने बच्चे से ही घर में करवाने हैं, अब  हल्दी कुमकुम चावल और माला से माँ सरस्वती प्रतिमा को सजाये।  विद्यार्थी अपने पास कॉपी और कलम को माँ सरस्वती के पास रखें।

Saraswati Puja Shayari In Hindi

माँ जब भी तुझको पुकारा है
बिन मांगे सब पाया है
माँ मेरी गुनाहों को
मेरे मैं कुबूल करता हूँ
मोक्ष दे दे मेरी माँ
बस यही आशा रखता हूँ

किताबों का साथ हो
पेन पर हाथ हो
कोपिया आपके पास हो
पढाई दिन रात हो
जिंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो

सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्यौहार,
जीवन में खुशी लाएगा अपार,
सरस्वती विराजे आपके द्वार,
शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार

ज़माने भर की याद में मुझे ना भुला देना,
जब कभी याद आये तो ज़रा मुस्कुरा लेना,
ज़िंदा रहे तो फिर मिलेंगे,
वर्ना बसंत पंचमी में एक पतंग मेरे नाम का भी उड़ा लेना।

लेके मौसम की बहार,
आया बसंत ऋतू का त्योहार,
आओ हम सब मिलके मनाये,
दिल में भर के उमंग और प्यार,

सरस्वती पूजा पर शायरी

कमल पुष्प पर आसीत माँ
देती ज्ञान का सागर माँ
कहती कीचड़ में भी कमल बनो
अपने कर्मो से महान बनो
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ

विद्या दायिनी, हंस वाहिनी माँ भगवती
तेरे चरणों में झुकाते शीष हे देवी
कृपा कर हे मैया दे अपना आशीष
सदा रहे अनुकम्पा तेरी रहे सदा प्रविश

सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्यौहार
जीवन में खुशी लाएगा अपार
सरस्वती विराजे आपके द्वार
शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ

सरस्वती हो आपके साथ मे,मिले माँ
का आशीर्वाद हर दिन,मुबारक़ हो
आपको सरस्वती पूजा का ये दिन.

फूलों की वर्षा शरद की फुहार
सूरज की किरणे खुशियों की बहार
चन्दन की खुशबु अपनों का प्यार
मुबारक हो आप सबको बसंत पंचमी
का त्योहार,हैप्पी बसंत पंचमी.

माँ शारदे पर शायरी

जीवन का यह बसंत खुशियाँ दे
अनंत प्रेम और उत्साह का भर दे
जीवन में रंग. बसंत पंचमी की बधाई.

हल्के-हल्के से हो बादल
खुला-खुला सा हो आकाश
मिल कर उड़ाएं पतंग अमन की
आओ फैलाएं खुशियों का पैगाम
बसंत पंचमी की शुभकामनाएं.

पीले पीले सरसों के फूल, पीली उड़े पतंग,
रंग बरसे पीला और छाये सरसों सी उमंग
आपके जीवन में रहे सदा बसंत के रंग
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं

इस साल का यह बसंत,आपको
खुशियां दें अनंत,प्रेम और उत्साह
से भर दे जीवन के रंग बसंत पंचमी
की हार्दिक बधाई

सरस्वती पूजा का ये प्यारा त्यौहार,
जीवन में लायेगा ख़ुशी अपार,सरस्वती
विराजे आपके दवार, शुभ कामना
हमारी करे स्वीकार.

वीणा लेकर हाथ मे सरस्वती हो आपके
साथ मे मिले माँ का आशीर्वाद हर दिन
मुबारक़ हो आपको सरस्वती पूजा का
ये दिन सरस्वती पूजा और बसंत पंचमी
की शुभकामनायें.

बसंत शायरी

उड़े पतंग आस्मां में सबकी निराली
पीली, लाल, हरी, नीली और काली,
आओ मिलकर हम सब वसंत मनाएं,
द्वार पर अपने रंगीली रंगोली सजाएं।

लेके मौसम की बहार आया बसंत ऋतू
का त्यौहर आओ हम सब मिलके मनाएं
दिल में भरकर उमंग और प्यार.
बसंत पंचमी की बधाई.

आई बसंत और खुशियाँ लायी कोयल
गाती मधुर गीत प्यार के चारों और जैसे
सुगंध छाई फूल अनेकों महके बसंत के.

रंगों की मस्ती फूलों की बहार बसंत
की पतंगें उड़ने को बेकरार थोड़ी सी
गर्मी हल्की सी फुआर बहार का मौसम
आने को तैयार सो मुबारक हो आपको
बसंत पंचमी का त्यौहार.

बहारो में बहार बसंत मीठा मौसम मीठी
उमंग रंग बिरंगी उड़ती आकाश में पतंग
तुम साथ हो तो है इस ज़िंदगी का और ही
रंग, हैप्पी बसंत पंचमी.

Saraswati Mata shayari

सूरज हर शाम को ढल ही जाता है
पतझड बसंत में बदल ही जाता हे
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना
समय कैसा भी गुजर ही जाता है
बसंत पंचमी की बधाई.

जगत पालनहार है माँ,
मुक्ति का धाम है माँ,
हमारी भक्ति का आधार है माँ,
सबकी रक्षा की अवतार है माँ

लाल रंग की चुनरी से सजा माँ का दरबार;
हर्षित हुआ संसार!
नन्हें नन्हें क़दमों से, माँ आये आपके द्वार;
मुबारक हो आपको सरस्वती का त्यौहार

माँ की आराधना का ये पर्व हैं,
माँ के नौ रूपों की भक्ति का पर्व हैं,
बिगड़े काम बनाने का पर्व हैं,
भक्ति का दिया दिल में जलाने का पर्व हैं

लेके मौसम की बहार,
आया बसंत ऋतू का त्योहार,
आओ हम सब मिलके मनाये,
दिल में भर के उमंग और प्यार,

जय मां सरस्वती

सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्यौहार
जीवन में खुशी लाएगा अपार
सरस्वती विराजे आपके द्वार
शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ

आई बसंत और खुशियाँ लायी
कोयल गाती मधुर गीत प्यार के
चारों और जैसे सुगंध छाई
फूल अनेकों महके बसंत के
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं

मौसम की नजाकत है
हसरतों ने पुकारा है
कैसे कहे की कितना याद करते है
यह संदेश उसी याद का एक इशारा है

सरस्वती पूजा का प्यारा त्योहार
जीवन में लाएगा खुशी अपार
सरस्वती विराजे आपके घर
शुभ कामना हमारी करें स्वीकार

सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्यौहार,
जीवन में खुशियां लाएगा अपार,
सरस्वती विराजे आपके द्वार,
शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार।
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।।

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